नए साल के अवसर पर क्षण भर के लिए वापसी!!
क्यों मेंढक? यह साल जापान में होता है मेंढक का?
ग़लत! असल में तो चीनी कैलेंडर के हिसाब से "चूहे" का होता है. (कोई ख़ासा मायने नहीं, सिवाय जिस मिट्टी के मेंढक को कभी भोपाल में देखा, इसका परिचय आप लोगों से कराने का. इसका अजब-सा आकर्षण, आप समझ सकते हैं न?)
शायद सालाना ब्लॉग होने लगा? पता नहीं अगली पोस्ट कब होगी, मगर क्भी कभार तो ज़रूर लिखता जाऊँगा. (और मेरी ग़ैर-मौजूदगी के दौरान कई कॉमेंट आए थे, अभी तक उनका जवाब दिए बिना ही छोड़के रखने के लिए क्षमा करें.)
नववर्ष की ओमेदेतो!!
इस साल भी योरोशीकु ओनेगाइ मोशीआगेमासु
(मतलब तो पड़ोस में रहने वाले किसी जापानी दोस्त से पूछ लीजिए.)