आज दिन बर्फ़बारी के मारे तोक्यो नगर इलाक़े में यतायात काफ़ी प्रभावित हुई. बहुत से सड़कों पर कहीं फिसले फँसे कारों से अफ़रा तफ़री मची और इससे भी ज़्यादा पैदल यात्रियों को गिरकर चोट लगी.
मगर क्या बताऊँ मेरे लिए तो इसी बर्फ़बारी से क्या कृपा हुई, आधा दिन छुट्टी मिल जाने की.
दो पहर को ही जल्दी घर वापसी, मामूल से कहीं ज़्यादा मुसीबत भरा रास्ता तै कर.
अब उम्मीद है कि बर्फ़बारी के साथ वसंत की आहटें क़रीब आ रही हैं.
शीत ऋतु के समाप्त होते जाने वाली इस अवधि के लिए यहाँ की एक कहावत है, "三寒四温 (सान-कान शी-ओन)", यानी हफ़्ते में आती हैं तीन दिन सर्दी तो फिर चार दिन नर्मी, जिस तरह मौसम आगे पीछे होकर बदलता जाता है.