सितंबर 09, 2005

ऑटरिक्श पे भी शेर...

आजकल खींचा मनपसंद फ़ोटो...




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कैई बह गये बोतल के इस बन्द
पानी में, डूबे जो पैमाने में निकले
ना फिर जिन्दगानी में

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...अरे, क्या हुआ यार?
…इंजिन ख़राब हो गई है?


...चलती रहे तेरी जिंदगी भी...